Author(s):
विकास वर्मा, तनु श्रीवास्तव
Email(s):
Email ID Not Available
DOI:
Not Available
Address:
विकास वर्मा’, तनु श्रीवास्तव’
पीएच. डी. षोधार्थी (अर्थषास्त्र), अर्थषास्त्र अध्ययन षाला, देवी अहिल्या विष्व विद्यालय इन्दौर
*Corresponding Author:
Published In:
Volume - 3,
Issue - 2,
Year - 2012
ABSTRACT:
सूक्ष्म वित्त सूक्ष्म बचतों, सूक्ष्म विश्लेषण, सूक्ष्म पेंशन एवं आजीविका से संबंधित है। इसके सतत् विकास से ही भारत के ग्रामीण गरीबों का समूचित आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सशक्तिकरण हुआ है। सूक्ष्म वित्त संस्था ग्रामीणों को व्यक्तिगत उपभोग, उत्पादन अथवा गतिविधिया, व्यवसाय आदि हेतु वित्त प्रदान करती है। सम्पूर्ण विश्व में सूक्ष्म वित्त व्यवस्था को महिला निर्धनता - उन्मूलन के एक सबल विकासात्मक आधार के रूप में जाना जाता है। देश में 1980 के बाद से सूक्ष्म वित्त संस्थाओं का विस्तार एवं विकास हुआ है। ग्रामीण महिलाओं को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर सम्पूर्ण विकास के मार्ग तक पहुंचाने का कार्य इन्ही संस्थाओं के द्वारा किया जाता है। प्रस्तुत अध्ययन द्वारा धार जिले की ग्रामीण महिलाओं की व्यवसायिक संरचना, आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति पर सूक्ष्म वित्त की प्रभावशीलता का अध्ययन किया गया है इस हेतु ग्रामीण महिलाओं से सामान्य जानकारी, ऋण उपभोग, मासिक आय, सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव आदि से संबंधित जानकारियां साक्षात्कार अनुसूची के माध्यम से एकत्रित की गई है। सूक्ष्म वित्त के माध्यम से महिलाओं के द्वारा सेवा क्षेत्र, विनिर्माण उद्योग क्षेत्र, पशुपालन, मुर्गीपालन, डेयरी उत्पाद आदि से संबंधित व्यवसायिक कार्य किए जाते है जिससे महिलाआंे में आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास, सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। साथ ही महिलाओं में घरेलू बचत प्रवृत्ति आर्थिक सम्पन्नता एवं अतिरिक्त रोजगार की भी प्राप्ति होती है। अतः सूक्ष्म वित्त संस्थाओं का ग्रामीण महिला उद्यमियों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति तथा व्यवसायिक संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका है यह वित्त संस्थाएंें बैंक लिंकेज कार्यक्रमों एवं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को जोड़कर उन्हें सशक्ति करण का कार्य करती है जो कि देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास हेतु एक महत्वपूर्ण कदम है।
Cite this article:
विकास वर्मा, तनु श्रीवास्तव. ग्रामीण महिला सशक्तिकरण में सूक्ष्म वित्त की भूमिका (म.प्र. के धार जिले के विशेष संदर्भ में). Research J. Humanities and Social Sciences. 3(2): April-June, 2012, 228-232.
Cite(Electronic):
विकास वर्मा, तनु श्रीवास्तव. ग्रामीण महिला सशक्तिकरण में सूक्ष्म वित्त की भूमिका (म.प्र. के धार जिले के विशेष संदर्भ में). Research J. Humanities and Social Sciences. 3(2): April-June, 2012, 228-232. Available on: https://rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2012-3-2-15