Author(s): Vrinda Sengupta

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Address: Dr. (Mrs.) Vrinda Sengupta
Asstt. Prof., Dept. of Sociology, Govt.T.C.L.P.G. College, Janjgir (C.G.)
*Corresponding Author

Published In:   Volume - 3,      Issue - 3,     Year - 2012


ABSTRACT:
महिलाओं एवं बालकों के उपयुक्त विकास हेतु समय-समय पर शासन द्वारा भी अनेक प्रयास किए गए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग का गठन भी इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु किया गया है। वर्तमान में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य महिलाओं एवं बच्चों को पोषित भोजन उपलब्ध कराना, समय पर टीकाकरण एवं अन्य उपचार उपलब्ध कराना। उनमें साक्षरता का प्रतिशत् बढ़ाना, कन्या भू्रण हत्या रोकना, केवल कन्या का संतान वाले दम्पŸिायों को कन्या पालन-पोषण शिक्षा आदि में सरकारी सहायता देना, महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करना आदि है। इसके अलावा महिलाओं में अपने अधिकारों के प्रति जागरूक एवं समाज में अपना उचित स्थान प्राप्त करने व सक्रिय बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रम बहुत प्रभावी सिद्ध हुए हैं। महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण का स्तर कम हो गया है। गाँवों में भी टीकाकरण एवं बीमारियों के सही उपचार हेतु जागृति आ रही है। लिंगानुपात में वृद्धि हुई है। बालकों की शाला प्रवेश दर एवं शाला में रूकने की दर में वृद्धि हुई है। कन्याओं एवं कन्याओं के पालकों में भी बालिका शिक्षा के प्रति रूचि दिखाई दे रही है। केवल बालिका संतान वाले दम्पŸिायों की संख्या में वृद्धि हो रही है। प्रसव के समय महिलाओं की मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। महिलाएँ सरकारी सहायता प्राप्त कर स्वयं का व्यवसाय स्थापित कर आत्मनिर्भर बन रही है। अस्तु महिलाओं एवं बच्चों के समुचित विकास का उपयुक्त वातावरण तैयार हो रहा है।


Cite this article:
Vrinda Sengupta . महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों के प्रति महिलाओं को जागरूक करनाः एक समाजशास्त्रीय अनुशीलन (जिला: जाँजगीर-चाम्पा के नवागढ़ ब्लाॅक के संदर्भ में). Research J. Humanities and Social Sciences. 3(3): July-September, 2012, 342-346.

Cite(Electronic):
Vrinda Sengupta . महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों के प्रति महिलाओं को जागरूक करनाः एक समाजशास्त्रीय अनुशीलन (जिला: जाँजगीर-चाम्पा के नवागढ़ ब्लाॅक के संदर्भ में). Research J. Humanities and Social Sciences. 3(3): July-September, 2012, 342-346.   Available on: https://rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2012-3-3-7


संदर्भ ग्रंथ सूची
1.       जैन अमिताभ, द्विवेदी उमेश, अवस्थी आलोक, विकास के रास्ते सबके वास्ते, 2001
2.       महिला एवं बाल विकास विभाग, छ.ग.शासन सुपोषण नीति।
3.       सर्वेक्षण के माध्यम से प्राथमिक आँकड़े।
4.       आशुरानी- महिला एवं बाल विकास विभाग।
5.       शर्मा दिनेश, जाज्वल्या, 2005
6.       त्रिपाठी संजय, त्रिपाठी चन्दन, छŸाीसगढ़ वृहद् संदर्भ।

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RNI: Not Available                     
DOI: 10.5958/2321-5828 


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