ABSTRACT:
सामाजिक संरचना में जाति का महत्वपूर्ण स्थान है। प्रत्येक मानव समूह अपनी परंपराओं, जीवन-शैली एवं क्रिया-कलापों के आधार पर एक विशिष्ट संस्कृति को धारण करता है। जातीय समूह के रहन-सहन में उसकी संस्कृति स्पष्ट परिलक्षित होती है । मेहर छत्तीसगढ़ की एक अनुसूचित जाति है। ग्रामीण समाज व्यवस्था पौनी-पसारी में से एक “मेहर“ मैदानी भागों के गांवों में तीन या चार परिवारों के औसत में निवास करते हैं।
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ज़ेड. टी. खान एवं सी. आर. रात्रे. शिवनाथ बेसिन में मेहर जाति की सांस्कृतिक दशाएं. Research J. of Humanities and Social Sciences. 1(1): Jan.-March 2010, 21-23
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ज़ेड. टी. खान एवं सी. आर. रात्रे. शिवनाथ बेसिन में मेहर जाति की सांस्कृतिक दशाएं. Research J. of Humanities and Social Sciences. 1(1): Jan.-March 2010, 21-23 Available on: https://rjhssonline.com/AbstractView.aspx?PID=2010-1-1-5